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इजराइल-हमास में सीजफायर किसी भी वक्त

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इजराइल और हमास के बीच 46 दिन से जंग जारी है। इस बीच ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्ष जल्द ही सीजफायर का ऐलान कर सकते हैं। खुद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जल्द अच्छी खबर मिल सकती है।

नेतन्याहू देर रात कैबिनेट मीटिंग करने जा रहे हैं। तमाम आला अफसरों को भी बुलाया गया है। माना जा रहा है कि हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा। इजराइल भी कुछ फिलिस्तीनियों को छोड़ेगा। इनमें बच्चे और महिलाएं ही रहेंगे। जंग कितने दिन थमी रहेगी। इसका फैसला बाकी है। हमास चीफ इस्माइल हानिए ने भी सीजफायर की तरफ इशारा किया था।

आजाद फिलिस्तीन के पक्ष में भारत
संयुक्त राष्ट्र संघ यानी UN में सोमवार को गाजा के मानवीय हालातों पर चर्चा हुई। इस दौरान UN में भारत की राजदूत रुचिरा कम्बोज ने कहा कि भारत हमेशा से आजाद फिलिस्तीन बनाने का समर्थन करता रहा है। उन्होंने कहा है कि भारत दुनिया में हो रही हर उस कोशिश के साथ हैं, जिससे जंग की वजह से गाजा में बने मानवीय हालात सुधर सकें।

वहीं, हमास चीफ इस्माइल हानिये ने कहा है कि वो सीजफायर को लेकर होने वाली डील के काफी करीब पहुंच चुके हैं। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक हानिये ने कहा है कि डील को लेकर हम अपने जवाब कतर और मध्यस्थता कर रहे बाकी पार्टियों को भी बता चुके हैं। अमेरिका और कतर के अधिकारियों ने भी होस्टेज डील होने की बात स्वीकार की है।

हमास की कैद में सभी बंधकों के परिजन सोमवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिले।

गाजा में अपने साथियों की गोली से मार रहे इजराइली
गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन चला रही इजराइली सेना के अब तक 66 सैनिक मारे जा चुके हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक काफी मामले ऐसे हैं जिसमें इजराइली सैनिक अपने ही साथियों की गोलियों से मर रहे हैं। इसे फ्रेंडली-फायरिंग यानी गलती से की गई फायरिंग कहा जाता है। इस तरह के मामलों में सैनिक जंग के दौरान दुश्मन पर गोली चलाते हैं पर वो गलती से उन्हीं के साथी को लग जाती है।

सिर्फ इजराइल ही नहीं हर जंग के दौरान फ्रेंडली फायरिंग के मामले सामने आते हैं, अफगान जंग के दौरान 9 जून 2014 को एक ही दिन में 5 अमेरिकी सैनिक फ्रेंडली फायर का शिकार हो गए थे। इजराली सेना ने कहा है कि वो फ्रेंडली फायर के मामलों की जांच कर रही है, ताकि आगे इन्हें होने से रोका जा सके।

वहीं, IDF ने कहा है कि अब तक 300 हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों से पूछताछ की गई है। ये लोग इजराइल को हमास की टनल और हथियारों के ठिकानों के बारे में जानकारियां दे रहे हैं।

चीन बोला- अरब देश हमारे भाई जैसे
इजराइल पर सीजफायर का दबाव डालने के लिए सोमवार को मुस्लिम देशों के विदेश मंत्री चीन की राजधानी बीजिंग में इकट्ठा हुए। इस दौरान सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद ने कहा, ‘हम ये साफ करना चाहते हैं कि हमें तुरंत लड़ाई और हत्याएं रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए, हमें तुरंत गाजा में मानवीय मदद भेजने की जरूरत है।’

वहीं, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि बीजिंग अरब और मुस्लिम देशों का एक अच्छा दोस्त और भाई है। चीन ने हमेशा फिलिस्तीनी लोगों के एक देश के अधिकारों और हितों को बहाल करने का समर्थन किया है।

सऊदी अरब के अलावा जॉर्डन, मिस्र, इंडोनेशिया, फिलिस्तीन और इस्लामिक सहयोग संगठन (IOC) समेत कई अन्य देशों के विदेश मंत्रियों और उनके प्रतिनिधि बैठक में शामिल रहे।

चीन में मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों के साथ फोटो सेशन के दौरान चीन के विदेश मंत्री वांग यी (दाएं से चौथे)।

गाजा में आग लगा दो
इस बीच, इजराइल की संसद नीसेट के डिप्टी स्पीकर और सांसद निसिम वेतुरी के बयान पर विवाद हो गया है। वेतुरी ने सोमवार को इजराइल के रेडियो चैनल 103 एफएम को इंटरव्यू दिया। कहा- इजराइल को गाजा में आग लगा देनी चाहिए। इससे कम अगर कुछ करते हैं, तो उसका कोई फायदा नहीं।

दूसरी तरफ, कैबिनेट मीटिंग की बातें लीक होने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सख्त रुख अपनाया है। नेतन्याहू जल्द ही एक कानून लाने जा रहे हैं। इसके तहत अगर कैबिनेट की बातें किसी मीडिया हाउस ने पब्लिश कीं तो उस पर एक्शन लिया जाएगा।

इजराइल की संसद नीसेट के डिप्टी स्पीकर और सांसद निसिम वेतुरी के मुताबिक गाजा में अब सिर्फ हमास आतंकी और सुरंगें बची हैं। (फाइल)

डिप्टी स्पीकर का X अकाउंट ब्लॉक
वेतुरी ने सोमवार के पहले रविवार को भी गाजा को आग के हवाले करने की मांग की थी। उन्होंने X पर एक पोस्ट में यह मांग की थी। वो सांसद भी हैं। लिहाजा, इस बयान से विवाद हुआ और बाद में X ने उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया। इसके बावजूद वेतुरी नहीं माने और सोमवार को इंटरव्यू में भी यही बात कही।

वेतुरी ने कहा- बताइए अब गाजा में बचा कौन है? क्या वहां आम नागरिक बचे हैं? जी नहीं, वहां सिर्फ टनल्स और हमास के आतंकी बचे हैं। उन्होंने हमारे बच्चों को मारा और उन्हें बंधक बना लिया। गाजा को खत्म कर देने में ही भलाई है, क्योंकि गाजा का मतलब हमास और हमास का मतलब गाजा है। इसलिए मैंने जो आग लगाने की बात कही है, उसका मुझे कोई अफसोस या शर्मिंदगी नहीं है।

7 अक्टूबर को हमास से जंग शुरू होने के बाद कई बार ऐसा हुआ कि कैबिनेट की बातें मीडिया तक पहुंच गईं। इससे सरकार में जबरदस्त नाराजगी है। (फाइल)

कैबिनेट की बातें लीक कैसे होती हैं
नेतन्याहू ने जंग के दौरान कैबिनेट की मीटिंग की बातें लीक होने पर सख्त रुख अपना लिया है। उन्होंने सेंसरशिप कानून लाने की बात कही है। रविवार को मीटिंग की बातें एन-12 चैनल ने लीक कर दी थीं।

‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक 7 अक्टूबर को हमास से जंग शुरू होने के बाद कई बार ऐसा हुआ कि कैबिनेट की बातें मीडिया तक पहुंच गईं। इससे सरकार में जबरदस्त नाराजगी है। इससे भी बड़ी बात यह रही कि मीटिंग में दो मिनिस्टर्स के बीच बहस हुई और मीडिया ने इस बात को पब्लिश कर दिया। इससे इजराइली लोगों को यह मैसेज मिला कि इतनी बड़ी जंग के दौरान भी मंत्रियों की सोच एक जैसी नहीं है।कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को हमास कुछ बंधक रिहा करेगा और बदले में इजराइली सेना हमले बंद करेगी। इजराइल ने इसे खारिज कर दिया है।

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