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सीएम ने कहा- मोदी अभिनेता टाइप आदमी हैं

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‘मोदी अभिनेता टाइप आदमी हैं, लोगों की सहानुभूति के लिए कुछ भी बोल देते हैं। वो अपने आपको सौभाग्यशाली और दूसरों को दुर्भाग्यशाली कहते हैं। इसलिए राहुल ने उन्हें पनौती कहा।’

‘प्रधानमंत्री घबरा गए हैं कि कहीं चौथी बार हमारी सरकार न आ जाए, इसीलिए भविष्यवाणी कर रहे हैं कि अब जीवन में कभी गहलोत सरकार नहीं आएगी।’

ये कहना है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही घंटे बचे हैं। ऐसे में भास्कर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की। वो सवाल पूछे, जिनके जवाब हर वोटर जानना चाहता है।

गहलोत का कहना है कि उनके विधायकों के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी नहीं है। ये BJP का फैलाया हुआ परसेप्शन है। लाल डायरी प्रकरण को भी उन्होंने भाजपा का षड्यंत्र बताया। साथ ही, ये भी बताया कि इस चुनाव में सचिन पायलट सक्रिय क्यों नहीं दिख रहे।

आपके विधायकों के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी है। लोग कह रहे हैं- गहलोत तुझसे बैर नहीं, विधायकों की खैर नहीं। कैसे निपटेंगे?

गहलोत : देखिए, थोड़ा बहुत तो जानबूझकर BJP और RSS ने मिलकर परसेप्शन बना दिया है। कुछ लोग गलत हो सकते हैं पर सब लोग गलती थोड़े कर सकते हैं।

ये सभी 40 दिन तक मेरे साथ होटल में थे तो इन्हे हॉर्स ट्रेडिंग में 10 करोड़ की पहली किस्त मिल रही थी। उस समय भी एक विधायक बाहर नहीं निकला।

अगर ये करप्ट होते तो ये उसी समय मुझे छोड़ कर चले जाते और हमारी सरकार गिर जाती, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया।

राजनीति में कई बार परसेप्शन बन जाते हैं। लोग कहते हैं कि मेरी सरकार ने काम बहुत किए हैं तो काम हुए तो विधायकों के मार्फत ही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पहले राजेश पायलट और फिर सचिन पायलट के साथ अन्याय किया। सरकार बनती है तो पायलट के लिए कोई बड़ी संभावना होगी?

गहलोत : ये BJP का जुमला है। इसलिए इस पर मैं कोई कमेंट नहीं करना चाहता हूं। जो बात आप बोल रहे हो, इसे BJP ही लेकर आई है। BJP गुर्जर समाज को भड़काने का खेल खेल रही है। इसके लिए ही ये मार्मिक बयान लेकर आए हैं। अब बता दीजिए कि तुम हमारे नेताओं को भड़का रहे हो और दोष हमें दे रहे हो। पंचायती भी करो कांग्रेस की कि किसके साथ अन्याय हुआ है या नहीं हुआ है।

मैं प्राइम मिनिस्टर मोदी से पूछना चाहूंगा कि आपने कब से ये कहना शुरू कर दिया? ये सिर्फ गुर्जरों को भड़काने के लिए है, जबकि इतिहास गवाह है कि BJP राज में गुर्जर मारे गए और 5 दिन तक उनकी लाशें पड़ी रहीं। मेरे राज में फायरिंग छोड़ो, हमने लाठीचार्ज भी नहीं होने दिया।

वो ही कर्नल बैसला थे, उनके फॉलोअर थे। 4-5 बार आंदोलन किया और पटरियों पर भी बैठे, लेकिन मैंने शान्ति, सद्भाव और प्यार से उन्हें मनाया और उठाया।

इन्हें 5 प्रतिशत आरक्षण मैंने दिया है। आज गुर्जर समाज से डॉक्टर, इंजीनियर बन रहे हैं और RAS में आ रहे हैं। जो गुर्जर समझते हैं और समझदार हैं वो मेरी एप्रोच और फैसलों से मिल रहे फायदे को ठीक से जानते हैं।

लाल डायरी की चर्चा चुनाव के दौरान होती रही? क्यों?

गहलोत : हमेशा से भाजपा की सोच और एप्रोच ऐसी ही रही है, लेकिन अभी छत्तीसगढ़ में जो महादेव ऐप को लेकर जो हुआ है, उसे आप बताइए कि एक व्यक्ति को दूसरे केस में फंसा कर उससे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को 508 करोड़ रुपए देने के बयान लिखवाए। इसका मतलब ये कि चुनाव के चार दिन पहले मुख्यमंत्री बघेल को गिरफ्तार करने की साजिश थी।

एक तरफ तो आरोपी के बयानों की ये खबर आ रही है और दूसरी तरफ स्मृति ईरानी इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं। सबसे बड़ी बात ED भी बिना किसी तथ्यों और जांच के प्रेस नोट जारी कर रही है। प्रधानमंत्री भी उस ऐप के बारे में बोल रहे हैं। वो बिना किसी तथ्य के CM पर आरोप लगा रहे हैं। ये तो उन्हें गिरफ्तार करना चाहते थे।

 लाल डायरी को आप किस आधार पर षड्यंत्र बता रहे हैं?

गहलोत : राजस्थान में भी लाल डायरी का किस्सा है। पहले गृह मंत्रालय के लोग बैठे, फिर डायरी का नाम लाल डायरी रखा गया।

इसके बाद हमारे मंत्री को भड़काया गया। षड्यंत्र था कि पहले लाल डायरी की बात लाएं और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस। इसके चार दिन बाद प्राइम मिनिस्टर सीकर आ रहे हैं।

अगर ऐसा नहीं था तो सीकर में उन्होंने जब महादेव ऐप के बारे में बोला तो लाल डायरी पर भी बोल देते। अगर प्राइम मिनिस्टर ही इस प्रकार के षड्यंत्र करेंगे तो देश का क्या होगा?

राजस्थान में भी ED ने कई कार्रवाई की, इसे कैसे देखते हैं?

गहलोत : आप देखिए कि एक साल में ऐसे 50 से ज्यादा छापे पड़े हैं। इन्होंने किसी नेता या अधिकारी को गिरफ्तार किया है क्या? या चालान पेश किया है क्या? नहीं किया।

खाली जनता में परसेप्शन बनाया है कि हम छापे डाल रहे हैं। PCC प्रेसिडेंट डोटासरा के घर चले गए और 10 घंटे बैठे रहे। कोई पूछताछ नहीं हुई।

मेरे बेटे वैभव गहलोत को नोटिस दे दिया, जिससे उसका कोई लेना-देना नहीं है। वो तो झूठी कंप्लेंट थी। एक रुपए का इन्वेस्टमेंट नहीं है।

 इतनी बड़ी जांच एजेंसियों पर आरोप कैसे लगा सकते हैं?

गहलोत : ED, इनकम टैक्स और CBI हमारी प्रीमियम एजेंसियां हैं। इनका काम है अपराधियों को पकड़ना।

मेहुल चौकसी, नीरव मोदी और माल्या जो विदेशों में बैठे हुए हैं, आज तक आप इनको पकड़ नहीं पाए हैं। इन एजेंसियों को तो सरकार बनाने और गिराने में लगाया हुआ है।

किसी MLA के खिलाफ पहले मुकदमा बनाओ और फिर वो BJP जॉइन कर ले तो वो वॉशिंग मशीन की तरह साफ हो जाता है।

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