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EVM स्ट्रांग रूम के बाहर पॉलिटिकल सिक्युरिटी

खंडवा में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा गया है। चार विधानसभा के लिए मतगणना 3 दिसंबर को होगी, तब तक ईवीएम मशीनें अलग-अलग कमरों में है। थ्री लेयर सुरक्षा के बावजूद गड़बड़ी की आशंकाओं को लेकर प्रत्याशियों ने भी निगरानी शुरू कर दी है। उनके लोग स्ट्रांग रूम के बाहर दिन-रात एलईडी स्क्रीन पर सीसीटीवी फुटेज की मॉनिटरिंग कर रहे है। खास बात यह है कि भाजपा प्रत्याशियों के प्रतिनिधि शामिल नहीं होते है।

इधर, खंडवा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कुंदन मालवीय ने गुरूवार देर रात स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया। वे रात 12 बजे नहाल्दा स्थित आदर्श कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम पहुंचे। इसी बीच दैनिक भास्कर की टीम भी रियलिटी चेक के लिए पहुंची। कॉलेज गेट के पास परिसर में एक टेंट लगा हुआ था, इसी टेंट के भीतर चार बिस्तर लगे हुए थे। जहां पर निगरानी के लिए टेक्निकल टीम मौजूद थी। लोहे की जाली पर 42 इंच की एलईडी टीवी लटकी हुई थी। एलईडी पर स्ट्रांग रूम के बाहर का नजारा सीसीटीवी कैमरों के जरिये दिखाई दे रहा था।

एलईडी स्क्रीन पर सीसीटीवी कैमरों से हो रही निगरानी को दिखाया जा रहा है।

भाजपा से कोई नहीं, सिर्फ मांधाता से निगरानी

स्ट्रांग रूम के बाहर जिन प्रत्याशियों के द्वारा निगरानी रखी जा रही है, उनमें एकमात्र मांधाता सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उत्तमपालसिंह शामिल है। उत्तमपालसिंह ने सिक्युरिटी एजेंसी के जरिये 8-8 घंटे की शिफ्ट में यहां कर्मचारी लगाए है। यहां भाजपा की ओर से किसी भी प्रत्याशी ने प्रतिनिधि नहीं बैठा रखे है।

स्ट्रांग रूम के बाहर टेंट में लगा बिस्तर, यहीं से निगरानी करते है प्रत्याशियों के प्रतिनिधि।

कांग्रेस प्रत्याशी ने सुरक्षाकर्मियों से जानी व्यवस्था

कांग्रेस प्रत्याशी कुंदन मालवीय ने स्ट्रांग रूम के बाहर व्यवस्था का जायजा लिया। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से सिक्युरिटी के बारे में पूछा, सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि यहां थ्री लेयर सुरक्षा है। बिल्डिंग के अंदर-बाहर, आगे-पीछे और ऊपर सभी जगह विशेष सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए है। मालवीय ने विधानसभा वार सीसीटीवी फुटेज चेक किए। वे करीब डेढ़ घंटे रूके।

प्रत्याशी बोले- कलेक्टर नहीं दे रहे CCTV का एक्सेस

दैनिक भास्कर से बातचीत में कांग्रेस प्रत्याशी कुंदन मालवीय का कहना है कि जिन सीसीटवी कैमरों से निगरानी हो रही है, उसकी लिंक इस बार प्रत्याशियों को नहीं दी गई है। निर्वाचन आयोग ने 2018 में हमें लिंक देकर आश्वास्त किया था कि आप स्ट्रांग रूम पर निगरानी रख सकते है। लेकिन इस बार निर्वाचन आयोग ने अनूठा निर्णय लिया है कि वे लिंक नहीं दे रहे है। शंका और कुशंका का कोई निवारण हाे नहीं सकता है। भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश में और दिल्ली में भी है।

पता नही ऐसा क्यों लगा कि मुझे स्ट्रांग रूम का निरीक्षण करने जाना चाहिए और मैं रात को यहां आया। शंका अभी भी मेरी निश्चित तौर पर खत्म नहीं हुई है। सीसीटीवी फुटेज की लिंक ना देने को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत भी की है। नियम-कायदों के तहत कलेक्टर को भी अवगत कराया है। यह तय है कि इस लिंक को प्रत्याशियों को दिया जाना चाहिए। हमारी आशंकाएं बरकरार रहेगी, क्योंकि खंडवा में निगरानी की व्यवस्थाएं उचित नहीं है।खंडवा में स्ट्रांग रूम की व्यवस्थाओं पर कांग्रेस प्रत्याशी ने उठाए सवाल।

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