उत्तरकाशी टनल में मजदूरों के करीब पहुंचे रैट माइनर्स
उत्तरकाशी टनल में मजदूरों के करीब पहुंचे रैट माइनर्स:अब 4 मीटर की ड्रिलिंग बची ———- उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में 12 नवंबर से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिशें आखिरी पड़ाव पर हैं। सिलक्यारा साइड से हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग में लगे रैट माइनर्स ने करीब 56 मीटर की ड्रिलिंग पूरी कर ली है। शाम तक मजदूरों को टनल के अंदर से निकाला जा सकता है।
टनल के अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों से अधिकारियों ने कहा है कि उनके कपड़े और बैग तैयार रखिए। जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है। इधर, मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के बाद फौरन उन्हें चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जाएगा। इसके लिए मौके पर एंबुलेंस तैनात हैं। इनके लिए कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है।
24 नवंबर को मजदूरों की लोकेशन से महज 12 मीटर पहले मशीन की ब्लेड्स टूट गई थीं। इस वजह से रेस्क्यू रोकना पड़ा। इसके बाद सेना और रैट माइनर्स को मैन्यूअल ड्रिलिंग के लिए बुलाया गया। रैट माइनर्स के 6 सदस्य खुदाई का काम कर रहे हैं।
ये बारी-बारी से पाइप के अंदर जाते हैं, फिर हाथ के सहारे छोटे फावड़े से खुदाई करते हैं और छोटी ट्राली से एक बार में तकरीबन 2.5 क्विंटल मलबा लेकर बाहर आते हैं। पाइप के अंदर इन सबके पास बचाव के लिए ऑक्सीजन मास्क, आंखों की सुरक्षा के लिए विशेष चश्मा और हवा के लिए एक ब्लोअर भी मौजूद रहता है, ताकि अंदर किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो।