मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से एक दिन पहले 2 दिसंबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में बयान दिया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह दिल्ली में बैठे हमारे नेता तय करेंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रति हाईकमान की नाराजगी के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व को इतनी फुर्सत नहीं है कि वह नाराजगी के लिए समय दे। हमारे यहां इंटरनल डेमोक्रेसी है। वहां विधायक दल की बैठक होगी। फिर नाम तय होगा। उसके बाद पार्लियामेंट्री बोर्ड उस पर मुहर लगाएगा। बीजेपी का कोई कार्यकर्ता ही सीएम बनेगा।
विजयवर्गीय ने यह दावा भी किया कि जमीन पर जो सर्वेक्षण हुए हैं, उनमें साफ तौर पर कहा गया है कि भाजपा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाएगी। हमने विकास किया है, इसलिए जनता हमें प्यार कर रही है। हमें फिर से सरकार में ला रही है। मैं दो महीने के अंदर 103 सीटों पर गया हूं, इसलिए दावे से कह रहा हूं कि हम लोग सरकार बनाएंगे। हमारी 150 से ऊपर सीटें आएंगी।
हारने पर कांग्रेस ईवीएम-प्रशासन पर आरोप लगाएगी- कैलाश
विजयवर्गीय ने कहा, कांग्रेस यदि यहां 75 सीट भी ले आई तो मुझे बड़ा आश्चर्य होगा। कांग्रेस ने अपनी हार मान ली है। कांग्रेस जब हार जाएगी तो ईवीएम पर आरोप लगाएगी। प्रशासन पर आरोप लगाएगी। चुनाव आयोग पर आरोप लगाएगी। यह पटकथा पहले से लिखी जा चुकी है। कांग्रेस को आत्मविश्लेषण करने की जरूरत है।