नागार्जुन सागर बांध का विवाद
तेलंगाना में नई सरकार बनने से पहले पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी के पानी को लेकर विवाद हो गया है। तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी का आरोप है- 30 नंवबर को जब राज्य में वोटिंग हो रही थी, तब आंध्र प्रदेश से करीब 500 पुलिसकर्मी नागार्जुन सागर बांध पर आए।
उन्होंने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए फिर गेट नंबर 5 पर बने हेट रेगुलेटर को खोलकर करीब 5000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया।
शांति कुमारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के इस कदम से कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई है। साथ ही हैदराबाद और आसपास के क्षेत्रों के दो करोड़ लोगों को पीने के पानी का संकट पैदा हो सकता है।
आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू ने 30 नवंबर की सुबह एक्स (जो पहले ट्विटर था) पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा- हमने पानी के लिए कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर के दाहिनी हिस्से से पानी छोड़ दिया है।
कृष्णा नदी का 66% पानी आंध्र प्रदेश का है और 34% पानी तेलंगाना का है। हमने दोनों राज्यों के बीच हुई संधि को ध्यान में रखते हुए अपने हिस्से का पानी लिया है।