पीड़ित डॉक्टर को नही मिला उचित न्याय, काली पट्टी लगाकर सांकेतिक धरना देकर दर्ज करा रहे अपना विरोध, पुलिस से नही मिल रही न्याय, क्या है पूरा मामला जाने इस खबर में ……
कोरबा – जिला अस्पताल में ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर से मितानिन के द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत पर उचित न्याय नहीं मिलने से नाराज साथी डॉक्टरों ने आज सोमवार को बाजुओं में काली पट्टी लगाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया । घटना को लेकर शिकायतकर्ता महिला डॉक्टर शीला वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया की बीते दिनांक 26 नवंबर 2023 को जिला अस्पताल के प्रसूती कक्ष में एक पीड़ित महीला का इलाज कर रही थी,इसी दौरान कक्ष में उमा नाम की मितानिन महिला खड़ी थी,जिसे मैंने पीड़ित महिला की परिजन समझ कर पीड़िता के साया को ढीला करने के लिए कहा जिस पर मितानिन ने मना कर दिया,जिस पर मैंने उसे इलाज में सहयोग नही करने की स्थिति में कक्ष से बाहर जाने के लिए कहा और पीड़िता के परिजनों को बुलाने के लिए कहा,जिस पर मितानिन ने बाहर जानें से मना कर दिया और मोबाइल निकल कर वीडियो बनाने लगी,चूंकि महिला मरीज प्रसव की स्थिति में थी तो मैंने उसे वीडियो बनाने से मना किया तो वह नही मानी जिस पर मैने उसके मोबाइल को हटाने का प्रयास किया तो मोबाइल जमीन पर गिर पड़ा,मितानिन आग बबूला होकर मुझ पर झपट पड़ी और मेरे साथ मारपीट की,मैने इसकी शिकायत अपने अस्पताल प्रबंधन और पुलिस से की है,पुलिस ने साधारण मारपीट की धाराएं लगाई हैं,जो नाकाफी है, ड्यूटी के दौरान मेरे साथ हुई मारपीट से मैं काफी क्षुब्द हैं मेरी मांग है की शासकीय कार्य में बाधा की भी धारा लगाई जाए,ताकि आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो।
अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे साथी डॉक्टरों से कहा की हमारी साथी ऑन ड्यूटी डॉक्टर के साथ एक मितानिन द्वारा मारपीट और बदसलुखी के खिलाफ पुलिस से शिकायत की गई है,परंतु पुलिस ने मामूली धाराएं लगाई गई है,हम मितानिन महिला पर कड़ी कार्यवाही की मांग को आज सांकेतिक प्रदर्शन कर रहें है। इसके अलावा हमने पुलिस अधीक्षक और सायबर सेल को भी लिखित शिकायत की गई है।
डॉक्टरों ने आज सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया है और अपना डॉक्टर होने का फर्ज निभाया है एक तरफ जहाँ धरना प्रदर्शन कर रहे है वही दूसरी तरफ मरीजो का इलाज भी किया जा रहा है लेकिन डॉक्टरों ने बताया है कि अगर अब कार्यवाही नही होगी तो ओपीडी बंद कर हड़ताल क भरेंगे,
देखने की बात होगी कि पुलिस अधीक्षक इस मामले पर किस प्रकार संज्ञान लेते है