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ढेंगदा बालिका छात्रावास में उच्च संस्कार कार्यक्रम आयोजित।

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श्याेपुर 17.12.2023
विज्ञान ने माना अदभुत है ध्यान की महिमा
– ढेंगदा बालिका छात्रावास में उच्च संस्कार कार्यक्रम आयोजित।
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
संत शाराम बापू की प्रेरणा से रविवार को बालिका हास्टल ढेंगदा में योग व उच्च संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बालिकाओं को ध्यान की महिमा, भगवत्प्रार्थना का महत्व, ज्ञान मुद्रा, शशांकासन व मंत्रजप की महिमा के बारे में बताया।
कार्यक्रम में प्रवक्ता रितिका एवं दीपिका ने बताया कि, प्राचीन समय में ऋषि मुनियों ने मंत्र विज्ञान की सुंदर खोज की। रामायण में वर्णन आता है कि पुष्पक-विमान मनोवेग से चलता था। जिसमे न ही ईंधन और न ही चालक की आवश्यकता होती थी, केवल मंत्र जप व संकल्प बल के प्रभाव से चलता था। ऐसे अनेकों उदाहरण इतिहास में भरे पड़े है। मन को मनन करने की शक्ति अर्थात एकाग्रता प्रदान करके जप के द्वारा सभी प्रकार के भय का विनाश करके पूर्ण रूप से रक्षा करने वाले शब्दों को मंत्र कहा जाता है। सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, पालनहार विष्णु और संहारक महेश का संयुक्त रूप है ऊ, जानकारों की मानें तो इस शब्द में ही पूरी सृष्टि समाई हुई है। इस लिहाज से इसे ईश्वर के तीन स्वरूपों- ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का संयुक्त रूप कहा जाता है।

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