श्याेपुर 29.01.2024
मेटाडोर ने बाइक में मारी टक्कर, एक महिला की मौत, दो घायल
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
तेज रफ्तार में दौड़ रही मेटाडोर ने बाइक को टक्कर मार दी। इससे बाइक पर सवार एक महिला की अस्पताल की दहलीज पर मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतका के परिजनों ने इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे डॉक्टर पर बार-बार बुलाने के बाद भी गंभीर घायल महिला को देखने नहीं आने के आरोप लगाए हैं। हादसा रविवार की शाम पठार मंदिर के पास हुआ।
बताया गया कि मानपुर कस्बा निवासी मुबारक खान अपनी पत्नी रुखसाना और परिवार के व्यक्ति सुल्तान खान के साथ मुरैना जिले के बिचपुरी गांव में रिश्तेदार के यहां गमी होने पर रविवार को उनके यहां बैठने के लिए गए थे, शाम के समय करीब 4 से 5 बजे के बीच जब वह बाइक पर सवार होकर वापस अपने घर लौट रहे थे तब पठार मंदिर के पास मोड पर तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इससे महिला सहित तीनों व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया तो महिला रुखसाना को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मृतिका के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल लाने तक रुकसाना की सांसें चल रही थीं, वह ज्यादा गंभीर थी इसलिए हमने डॉक्टर साहब को इमरजेंसी वार्ड के बाहर बुलाया। पुलिसवालों ने भी बुलाया, लेकिन डॉक्टर कुर्सी से नहीं उठे, करीब 20 मिनट बाद उन्होंने रुकसाना को देखा तब तक उसकी मौत हो गई। उन्होंने डॉक्टर पर लापरवाही भारत ने और सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
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दूसरी गाड़ी से पहुंचाया घायलों को अस्पताल
पठार मंदिर के पास मोड पर हुए हादसे में घायल हुए महिला सहित 3 लोगों को रघुनाथपुर थाना पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल ला रही था। तभी रास्ते में थाने की गाड़ी अचानक खराब हो गई, जिसे पुलिसकर्मियों ने ठीक करने की कोशिश की, लेकिन वह ठीक नहीं हुई तो उन्होंने दूसरी गाड़ी का इंतजाम करके घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया। इस वजह से भी घायलों को अस्पताल पहुंचने में थोड़ी देरी हो गई हालांकि, पुलिसकर्मियों ने अपनी ड्यूटी निभाकर दूसरी गाड़ी का इंतजाम किया।
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डाक्टरों पर लापरवाही का लगाया आरोप
इस बारे में मृत महिला के रिश्तेदार मुस्ताक खान का कहना है कि ट्रक की टक्कर से बाइक पर सवार हमारी रिश्तेदार की मौत हो गई जबकि, दो लोग घायल हो गए हैं। अस्पताल लाने तक रुकसाना की सांसें चल रही थीं, वह ज्यादा सीरियस थे इसलिए हमने डॉक्टर साहब को वार्ड के बाहर गैलरी में बुलाया, लेकिन 20 मिनिट तक कुर्सी से भी नहीं उठे। ऐसे डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
वर्जन
महिला जब अस्पताल लाई गई तब उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी। इस तरह के आरोप गलत हैं, घायलों का उपचार हमारी प्राथमिकता है। जिसे डॉक्टर ने किया मृतक को पीएम के लिए भिजवा दिया है कल सुबह पीएम होगा।
दिलीप सिंह सिकरवार
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल श्योपुर