व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए केंद्रों को उपलब्ध कराई जाए किट
श्याेपुर 19.02.2024
व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए केंद्रों को उपलब्ध कराई जाए किट
– महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित।
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
कलेक्टर संजय कुमार ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि जिले की सभी परियोजनाओं में 5-5 आदर्श आगनबाड़ी केंद्र बनाए जायें। सीडीपीओ अपने-अपने परियोजना क्षेत्र में 5-5 आंगनबाडी केन्द्रों को आदर्श केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रों की विभिन्न मानको के आधार पर ग्रेडिंग भी की जायें, जिससे केन्द्र का संचालन ओर अधिक बेहतर बनाया जा सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि नवाचार के तहत कराहल क्षेत्र के सभी आगनबाडी केन्द्रों पर व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए किट उपलब्ध कराई जायें, इस किट में नेलकटर, कांच-कंघा, हेयर ऑयल आदि सामग्री रखी जायें तथा बच्चों एवं उनके अभिभावको को व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए प्रेरित किया जायें। जिसका उपयोग आंगनबाडी केन्द्र के बच्चें अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए कर सकें।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर अभिषेक मिश्रा, महिला बाल विकास अधिकारी ओपी पांडेय, सहायक संचालक रिशु सुमन, सीडीपीओ नितिन मित्तल सहित सुपरवाईजर उपस्थित रहें।
कलेक्टर संजय कुमार ने निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नियमित रूप से बच्चों का वजन लिया जायें तथा सुपरवाईजर एवं सीडीपीओ अपने भ्रमण के दौरान इसे क्रॉस चैक भी करें। सुपरवाइजर अपने-अपने सेक्टर में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की मृत्युदर का डाटा भी एकत्रित करें। इसके साथ ही एनीमिक किशोरियों का डाटा भी एकत्रित किया जायें। उन्होंने निर्देश दिये कि सुपरवाईजर अपने-अपने सेक्टर में अपने कान्टेक्ट नंबर महिलाओं को प्रदान करें, जिससे सहायता की जरूरत के समय वह सपंर्क कर सकें। घरेलू हिंसा के मामले हो या अन्य कोई परेशानी, इस पर जानकारी रखी जायें। कलेक्टर संजय कुमार ने निर्देश दिए कि जिले में संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्रों का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाए। बैठक में बताया गया कि श्योपुर, कराहल, विजयपुर में तीन एनआरसी संचालित है, जिसकी क्षमता 60 बेड की है, जिनमें आवश्यकता वाले बच्चों को समय-समय पर उपचार के लिए भर्ती कराया जाता है। इस वर्ष 352 बच्चों को अभी तक भर्ती कराया गया है। मिशन वात्सल्य अंतर्गत 630 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत चिन्हित कर प्रस्ताव भेजे गये है। इसके साथ ही वनस्टॉप सेंटर की गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी गई।