चुनाव आयुक्त (EC) अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। शनिवार 9 मार्च को जारी गजट नोटिफिकेशन में इसके बारे में जानकारी दी गई। गोयल का इस्तीफा उस वक्त आया है, जब कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव का ऐलान होने वाला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) बनने की कतार में थे, क्योंकि मौजूदा राजीव कुमार फरवरी 2025 में रिटायर होने वाले हैं। गोयल पंजाब कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने नवंबर 2022 में चुनाव आयुक्त का पद संभाला था।
फरवरी में रिटायर हुए हैं चुनाव आयुक्त अनूप पांडे
2024 लोकसभा से पहले चुनाव आयुक्त अनूप पांडे भी रिटायर हो चुके हैं। पांडे का रिटायरमेंट 15 फरवरी को हुआ था। इसके बाद से तीन सदस्यीय भारतीय चुनाव आयोग में एक पद खाली था। अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद आयोग में अब केवल CEC राजीव कुमार ही रह गए हैं।
गोयल के इस्तीफे की वजह पता नहीं
21 नवंबर 2022 को चुनाव आयुक्त बनाए गए अरुण गोयल का कार्यकाल दिसंबर 2027 तक था। हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि अरुण ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया।
सुप्रीम कोर्ट गया था गोयल की नियुक्ति का मामला
NGO एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अरुण गोयल की चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सुनवाई से पहले ही दो जज जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस बीवी नागरत्ना ने हियरिंग से खुद को अलग कर लिया था।
ADR ने याचिका में कहा था कि गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक सही नहीं है। साथ ही यह निर्वाचन आयोग की सांस्थानिक स्वायत्तता का भी उल्लंघन है। ADR ने सरकार और इलेक्शन कमीशन पर खुद के फायदे के लिए अरुण गोयल की नियुक्ति करने का आरोप लगाया था। साथ ही गोयल की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की थी।