श्याेपुर 15.03.2024
8वीं की परीक्षा शुरू होने से पहले ग्रुप पर डाले पेपर ,तो सरकारी स्कूलों में कापी लिखते शिक्षक ,सरकारी स्कूलों के बच्चों की हुई चांदी ,तो प्रायवेट स्कूलों के बच्चों को दिखाई सख्ती, जहा कक्षा 8 के पेपर लीक होने की खबर से शिक्षा विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी इनकार करते नजर आए तो सोशल मीडिया की एक वीडियो ने सारी सच्चाई सामने लाकर रख दी सूत्रों की माने तो कक्षा 5 और 8वी की परीक्षा तो बच्चो की हुई लेकिन हर सरकारी स्कूलों में पेपर कॉपी शिक्षको ने लिखी जिसका प्रमाण भी सोशल मीडिया माध्यम से देखा गया
ब्यूरोचीफ, श्योपुर
श्योपुर में प्राइवेट स्कूल टीचर्स के वॉट्सएप ग्रुप पर गुरुवार को एक पर्चा शेयर किया गया। हाथ से लिखे इस पर्चे में 8वीं क्लास के सोशल साइंस सब्जेक्ट से जुड़े कुछ प्रश्न लिखे हैं। उत्तर की जगह गाइड का पेज नंबर दिया है। गंभीर बात ये है कि गुरुवार को ही 8वीं का सोशल साइंस पेपर था। सुबह 9 बजे पेपर शुरू हुआ। इससे पहले सुबह 7 बजे पर्चा ग्रुप पर शेयर किया गया। पेपर खत्म होने के बाद साढ़े 11 बजे बच्चे स्कूल से बाहर आए तो उन्हें मिले प्रश्नपत्र से पर्चे का मिलान किया। दोनों में 11, 16 और 17 वें नंबर के प्रश्न ही अलग हैं, बाकी पूरा पेपर समान है। इसके चलते स्टूडेंट्स ने पेपर आउट होने की आशंका जताई है। बच्चों ने आरोप लगाया है कि नकल माफिया ने पेपर लीक कराया है। गफलत पैदा करने के लिए कुछ प्रश्न बदल दिए हैं। दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। दूसरी तरफ, संबंधित अधिकारियों ने पेपर लीक या आउट होने की किसी भी आशंका से साफ इनकार किया है।
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दो शिक्षक और दो छात्रों के सामने खोलते हैं पेपर
श्योपुर के पुराना हजारेश्वर कॉन्वेंट स्कूल के परीक्षा केंद्र अध्यक्ष जुगराज गुर्जर ने कहा, ‘हमें पेपर शुरू होने से पहले जन शिक्षा केंद्र कन्या शाला से 8 बजकर 20 मिनिट पर प्रश्नपत्र मिलते हैं। पेपर का पैकेट हम दो शिक्षक और दो छात्रों के सामने खोलते हैं। पेपर लीक या आउट होने की हमें कोई जानकारी नहीं है। मामला किस स्कूल से जुड़ा है, इसके बारे में कुछ पता नहीं है।’
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ये बोले अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी एसएस तोमर से सवाल किया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की आशंका की जानकारी आपसे ही पता चली है। यह मेटर जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) का है। उन्हीं से बात कीजिए। वहीं, डीपीसी पीएस गोयल ने बताया, ‘प्रश्नपत्र जन शिक्षा केंद्र पर जमा रहते हैं। पेपर का पैकेट परीक्षा शुरू होने से 15 मिनिट पहले परीक्षा केंद्र में ही खोला जाता है। जो वायरल हुआ, वह पेपर नहीं बल्कि हाथ से लिखा गया पर्चा है।’