स्कूल आने-जाने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा खतरे में है
श्याेपुर 17.04.2024
आटो में बैठा रहे क्षमता से अधिक स्कूली बच्चे, हादसे का खतरा
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
श्योपुर शहर में आटो या वेन में स्कूल आने-जाने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा खतरे में है, क्योंकि ये लोग क्षमता से 3 गुना ज्यादा स्कूली बच्चों को वाहनों में बैठाते हैं। कई विद्यार्थी तो खड़े होकर जाते हैं। जिससे कई बार दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने आटो में क्षमता से अधिक स्कूली बच्चों को बैठाने पर रोक लगा रखी है, इसके बावजूद शहर में आटो चालकों की मनमर्जी बढ़ती जा रही है। वहीं नियमों की अनदेखी कर आटो चालक वर्दी में भी नजर नहीं आते।
बावजूद इसके शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे वाहनों में विद्यार्थियों को लेकर आना-जाना आटो चालक कर रहे हैं। इससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बच्चे जिस आटो का उपयोग कर अपने स्कूल पहुंच रहे हैं, उस स्कूल प्रशासन का अाटो ड्राइवरों पर कोई ध्यान नहीं है कि वह ऑटो में कितने बच्चे बैठा रहा है। उल्लेखनीय रहे कि ड्रायवर ऑटो में क्षमता से दोगुना बच्चों को बैठाकर ले जाते हैं। शिवपुरी रोड से गुजर रहे आटो में बैठे स्कूली बच्चे। आटो से पहुंचा रहे सामान शहर में अधिकतर आटो ड्राइवर सवारियां नहीं मिलने के कारण सेंटिंग, सरिया सहित अन्य सामान भरकर ले जाते हुए नजर आ जाते हैं। कई बार तो सवारियों और सामान को एक साथ आटो ड्राइवर ले जाते हुए दिख जाते हैं। इससे वह खुद के साथ सवारियों की जान को जोखिम में डाल देते हैं। कभी-कभी आटो ड्राइवर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक सामान पहुंचा देते हैं।