मुंबई BMW हिट एंड रन केस
मुंबई BMW हिट एंड रन केस
मुंबई के वर्ली इलाके में BMW कार से एक कपल को टक्कर मारने वाले आरोपी मिहिर शाह की फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आई है। इसमें ब्लड और यूरिन में शराब के सैम्पल नहीं मिले हैं। हालांकि, पुलिस ने दावा किया था कि हादसे के वक्त आरोपी ने बहुत ज्यादा शराब पी रखी थी।
सूत्रो के मुताबिक, फॉरेंसिक रिपोर्ट के लिए सैंपल घटना के तीन दिन बाद लिए गए थे। जबकि शराब पीने के 24 घंटे के भीतर अगर सैंपल लिए जाते हैं, तभी ब्लड में अल्कोहल का पता चलता है।
दरअसल, 7 जुलाई को मिहि रने BMW कार से एक कपल को टक्कर मार दी थी। इसमें 45 साल की महिला कावेरी नखवा की मौत हो गई। उसके पति को गंभीर चोटें आईं थीं। घायल पति ने ही पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। घटना के 60 घंटे बाद 9 जुलाई को मिहिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
सबूत मिटाने के आरोप में पिता भी गिरफ्तार
पुलिस ने मिहिर के पिता और शिवसेना नेता राजेश शाह और ड्राइवर राजेंद्र सिंह बीदावत को भी गिरफ्तार किया था। राजेश शाह पर आरोपी की मदद करने और घटना के सबूत मिटाने के आरोप लगे थे। इसके बाद उन्हें शिवसेना की सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया था। हालांकि कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। जबकि मिहिर शाह और उसका ड्राइवर अभी न्यायिक हिरासत में है।
मिहिर और उसके दोस्तों ने पब में व्हिस्की ऑर्डर की थी
एक्साइज अधिकारियों ने बताया था कि मिहिर और उसके दोस्त जिस पब से शराब पीकर बाहर निकले थे। उसके बिल से पता चला था कि मिहिर शाह और उसके दो दोस्तों ने उस दिन बार में व्हिस्की के 12 बड़े पैग ऑर्डर किए थे। यानी एक युवक ने लगभग चार पैग पिए थे। शराब की इतनी मात्रा किसी को आठ घंटे तक नशे में रख सकती है।
पब मैनेजमेंट ने मिहिर पर गलत आईडी दिखाकर शराब पीने का आरोप भी लगाया था। मिहिर शाह ने उन्हें जो पहचान पत्र दिखाया, जिसमें उसकी उम्र 27 साल थी। उसके साथ तीन दोस्त भी आए थे, जिनकी उम्र 30 साल से अधिक है। पुलिस का दावा है कि ऑफिशियल रिकॉर्ड के अनुसार मिहिर 24 साल का है, जबकि शराब पीने की न्यूनतम कानूनी उम्र 25 वर्ष है।
घटना के बाद आरोपी गर्लफ्रेंड के घर पहुंचा
एक्सीडेंट के बाद मिहिर ने सबसे पहले अपने पिता और शिवसेना शिंदे गुट के नेता राजेश शाह को फोन किया। उन्होंने ही उसे भागने के लिए कहा था। इसके बाद मिहिर ने BMW कार और ड्राइवर को बांद्रा के कला नगर के पास छोड़ा। पकड़े न जाने के लिए उसने कार की नंबर प्लेट हटाई।
कार छोड़ने के बाद वह रिक्शा लेकर गोरेगांव में अपनी गर्लफ्रेंड के घर गया। एक्सीडेंट से गर्लफ्रेंड के घर पहुंचने तक मिहिर ने 40 बार गर्लफ्रेंड से फोन पर बात की। महिर गर्लफ्रेंड के घर 2 घंटे रुका। इस दौरान गर्लफ्रेंड ने मिहिर की बहन को फोन पर घटना की जानकारी दी।
इसके बाद मिहिर की बहन उसकी गर्लफ्रेंड के घर आई और भाई को लेकर बोरीवली स्थित अपने घर चली गई। वहां से राजेश शाह की पत्नी मीना और दोनों बेटियां (पूजा और किंजल) मिहिर शाह और उसके दोस्त अवदीप को लेकर मुंबई से करीब 70 किमी दूर शाहपुर में एक रिजॉर्ट के लिए रवाना हुआ था।
पुलिस ने दोस्त का मोबाइल ट्रैक कर मिहिर को पकड़ा
पुलिस मिहिर शाह, उसके परिवार, गर्लफ्रेंड और करीबी दोस्तों के फोन लगातार ट्रैक कर रही थी। हालांकि, सबके फोन स्विच ऑफ थे। इसी बीच 8 जुलाई की रात मिहिर अपने दोस्त के साथ विरार आया।
मंगलवार (9 जुलाई) की सुबह उसके दोस्त ने 15 मिनट के लिए अपना फोन चालू किया। इसी बीच पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई और मिहिर शाह गिरफ्तार हो गया। इसके बाद पुलिस ने रिजॉर्ट से उसकी मां और बहनों को भी हिरासत में लिया।
पुलिस का दावा- मिहिर को पता था महिला टायर में फंसी है, फिर भी घसीटा
गिरफ्तारी के बाद मिहिर ने पुलिस के सामने कबूला कि हादसे के वक्त कार वही चला रहा था। कपल की स्कूटी को टक्कर मारने के बाद उसे पता था कि महिला कार की एक टायर में फंसी है। इसके बावजूद उसने कार नहीं रोकी और महिला को घसीट दिया।
बाल-दाढ़ी कटवाकर पहचान छिपाने की कोशिश की
अधिकारी के अनुसार, बिंदु माधव ठाकरे चौक पार करने के बाद अन्य गाड़ी चालकों ने मिहिर शाह से कार रोकने के लिए कहा, लेकिन उसने उनकी बात नहीं सुनी और गाड़ी चलाना जारी रखा। वहां से भागने के बाद मिहिर शाह ने अपनी पहचान छिपाने के लिए बाल और दाढ़ी कटवा ली। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या किसी ने हुलिया बदलने में उसकी मदद की थी।
आरोपी का दावा है कि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस है, लेकिन अब तक लाइसेंस बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने बताया कि मिहिर शाह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। उसने यह भी नहीं बताया कि बार से निकलने के बाद उसने गाड़ी कहां से चलाना शुरू किया और कब तक चलाई।
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18 मई को पुणे में पोर्श कार से नाबालिग ने बाइक को टक्कर मारी, दो इंजीनियर की मौत हुई थी
मुंबई की घटना से करीब दो महीने पहले 18 मई की रात पुणे में लग्जरी कार की टक्कर से 24 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवक-युवती की मौत हुई थी। तब पुणे के एक नामी बिल्डर के नाबालिग बेटे ने करीब 2.5 करोड़ की पोर्श से बाइक सवार इंजीनियर्स को टक्कर मारी थी।
दोनों की घटना पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में नाबालिग के पिता, उसकी मां और उसके दादा को हादसे के बाद सबूत मिटाने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जुवेनाइल बोर्ड ने 22 मई को नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह में भेजा था। हालांकि, 25 जून को बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसे जमानत दे दी।