जबलपुर में एक मकान की कच्ची दीवार तेज बारिश से कमजोर होकर गिर गई। घर में सो रहे पति-पत्नी की मलबे में दबने से मौत हो गई। हादसा गुरुवार सुबह करीब 5 बजे हुआ। लोगों ने मलबा हटाकर दंपती को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान अशोक दहिया (43) और पत्नी विमला बाई (38) के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मझौली में अशोक दहिया अपने परिवार के साथ रहते थे। बड़ा बेटा विपिन 22 साल, छोटा बेटा 15 जबकि बेटी 11 साल की है। विपिन की शादी हो चुकी है। बुधवार रात भोजन करने के बाद दंपती एक कमरे जबकि दो बच्चे अपनी दादी के साथ दूसरे कमरे में सो गए। विपिन अपनी पत्नी के साथ अलग कमरे में था।
अशोक और विमला जिस कमरे में सोए थे, गुरुवार सुबह करीब 5 बजे उसकी दीवार गिर गई। मलबे में अशोक और विमला दब गए। आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। मलबा हटाकर दंपती को बाहर निकाला। पुलिस को सूचना दी।
परिजन को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता
भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने मृतकों के परिजन से मिलकर शोक जताया। मझाैली तहसीलदार आदित्य जंघेला ने बताया कि मृतक दंपती के परिजन के लिए चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। मकान की मरम्मत के लिए भी सहायता राशि दी जा रही है।
भाई बोला- तेज बारिश के कारण हुआ हादसा
अशोक के बड़े भाई उद्धव ने बताया, ‘हम तीन भाइयों के परिवार एक ही मोहल्ले में अलग-अलग मकान में रहते हैं। रात करीब 10 बजे अशोक काम से आया। थोड़ी देर बातचीत की। कहा- सुबह जबलपुर जाना है। वहां काम मिला है। यह कहकर चला गया।
रात में तेज बारिश हुई थी। कच्चा मकान होने के कारण तड़के पड़ोसी रामकुमार के मकान से सटी दीवार ढह गई। छप्पर भी कमरे में सो रहे अशोक-विमला के ऊपर आ गिरा। आवाज सुनते ही हम लोग दौड़कर वहां पहुंचे। अशोक और विमला की सिर्फ चीखें सुनाई दे रही थीं। जैसे-तैसे सभी ने मिलकर मलबा हटाया। उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन मेरे सामने ही तड़प-तड़पकर दोनों ने दम तोड़ दिया।’
उद्धव ने कहा- कुछ दिन पहले ही अशोक ने विपिन से जिक्र किया था कि बारिश खत्म होने के बाद कच्चे कमरे को पक्का बनवा लेंगे। इससे पहले ही हादसा हो गया।
पड़ोसी और अशोक के मकान की एक ही दीवार
मझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी ने बताया- अशोक का तीन कमरों का घर है। इनमें दो पक्के जबकि एक कमरा कच्चा है। पक्के कमरे में विपिन पत्नी के साथ सो रहा था, जबकि दूसरे कमरे में अशोक की मां और दो बच्चे थे। कच्ची दीवार वाले कमरे में अशोक और विमला सो रहे थे। इसी कमरे से पड़ोसी रामकुमार का कच्चा मकान लगा है। दोनों की दीवार एक ही है। इसी दीवार के ढहने से छप्पर भी गिरा।सागर में दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 2 घायल हैं। बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है। हादसा रविवार सुबह करीब 10 बजे रहली विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर में हुआ। जेसीबी से मलबा हटाकर शव और घायल बच्चों को बाहर निकाला गया।रीवा में स्कूल से घर लौट रहे बच्चों पर अचानक एक जर्जर मकान की दीवार गिर पड़ी। मलबे में दबने से 4 बच्चों की मौत हो गई। चार बच्चे घायल हैं। हादसा गढ़ कस्बे में शनिवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ। बच्चे सनराइज पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। बारिश की वजह से चौथी क्लास तक के बच्चों की आधे घंटे पहले छुट्टी कर दी गई थी। बच्चे घर जा रहे थे, तभी स्कूल से करीब 20 मीटर की दूरी पर ये हादसा हो गया।