फिल्म ‘करीब करीब सिंगल’ फेम मलयालम एक्ट्रेस पार्वती थिरुवोथु ने मलयालम मूवी-आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) के भंग होने पर अपना बयान दिया है।
एक्ट्रेस ने इसे कायराना हरकत बताया और कहा कि फिल्म एसोसिएशन में तानाशाही शासन है।
उन्होंने यह भी कहा कि कभी उन्होंने भी इस एसोसिएशन से खुशी-खुशी इस्तीफा दिया था क्योंकि वहां लोगों को बोलने की अनुमति नहीं है।
पार्वती ने बॉलीवुड में इरफान खान स्टारर ‘करीब करीब सिंगल’ से डेब्यू किया था।
बीते मंगलवार को AMMA के प्रेसिडेंट और साउथ सुपरस्टार मोहनलाल समेत 17 मेंबर्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। एसोसिएशन को भंग करने का फैसला हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद लिया गया।
AMMA के तीन मेंबर्स एक्टर सिद्दीकी और बाबूराज व डायरेक्टर रंजीत के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकायत की गई थी जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने तब रिजाइन दिया, जब उन्हें जवाब देना था: पार्वती
बरखा दत्त को दिए एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा, ‘एसोसिएशन के 17 मेंबर्स के इस्तीफे की खबर सुनकर मेरे मन में सबसे पहले यही आया कि यह कितनी कायराना हरकत है। इन सभी मेंबर्स ने तब उस पद से इस्तीफा दिया जब उन्हें मीडिया को कई सवालों का जवाब देना था।’
‘इन्होंने मुख्य आरोपी का स्वागत किया था’
एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘कितना अच्छा होता कि अगर वो कम से कम सरकार के साथ काम करके दिखाते और इस मामले को सुलझाते पर यह वही एग्जीक्यूटिव कमेटी है जिसने कभी सेक्शुअल एब्यूज मामले के मुख्य आरोपी (एक्टर दिलीप) का स्वागत किया था।’
‘किसी को हमारे करियर और मेंटल हेल्थ इश्यूज की नहीं पड़ी’
पार्वती ने इस मामले पर बात करते हुए सरकार को भी केयरलेस बताया। एक्ट्रेस ने कहा, ‘सरकार भी काफी गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे ही। कह रही है कि अगर महिलाओं को शिकायत है तो FIR फाइल करवाए और सामने आएं।
हर चीज की जिम्मेदारी क्या सिर्फ महिलाओं की है? क्या ऐसा करने के बाद आप इसकी जिम्मेदारी लेते हैं कि आप हमें न्याय दिलाएंगे? आप हमसे खुलकर सामने आने की बात कर रहे हैं.. किसी को हमारे करियर, लाइफ और मेंटल हेल्थ इश्यूज की नहीं पड़ी है।’