संसद सिक्योरिटी ब्रेक मामले में कूदा आतंकी पन्नू
संसद पर आतंकी हमले के 22 साल बाद एक बार फिर सुरक्षा में सेंध मामले में अब खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के गुरपतवंत सिंह पन्नू भी कूद गया है। संसद में घुसपैठ मामले में महिला सहित पकड़े गए चारों आरोपियों को आतंकी पन्नू ने कानूनी मदद देने की पेशकश कर दी है। उसने इस मामले में वीडियो जारी किया है। मगर, इस पूरे प्रकरण में उसकी क्या भूमिका है, इस पर पन्नू ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
आतंकी पन्नू ने जारी मैसेज में कहा कि संसद हमले की बरसी पर संसद सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले चार पुरुषों और महिला को 10 लाख की कानूनी सहायता देगा। वास्तव में भारतीय संसद की नींव को झटका लगा है। सेल्फ डिफेंस के लिए हथियारों से लैस होना जरूरी है। वहीं, उसने कनाडा, अमेरिका में शुरू की गई रेफरेंडम ड्राइव के 26 जनवरी 2024 से भारत में शुरू करने की एक और धमकी दे दी है।
हालांकि इस दौरान 5 दिसंबर को भारतीय संसद हिलाने के बयान और उसके बाद बुधवार को संसद में हुई सेंध के पीछे उसकी साजिश या अन्य किसी तरह की भूमिका के बारे में पन्नू ने कुछ नहीं कहा है।
5 दिसंबर को धमकी वाला वीडियो किया था जारी
गौरतलब है कि आतंकी पन्नू ने 5 दिसंबर को धमकी वाला वीडियो जारी किया था। जिसमें उसने 22 साल पहले अफजल गुरु की तरफ से भारतीय संसद पर हुए हमले की तरह ही 13 दिसंबर 2023 को हमला करने की बात कही थी।
पन्नू ने 5 दिसंबर को जारी संदेश में कहा था- क्या भारत उसे मारने की मोदी सरकार की साजिश पर SFJ की 13 दिसंबर की प्रतिक्रिया का सामना करने के लिए तैयार है?। 13 दिसंबर 2001 को अफजल गुरू ने संसद तक पहुंच कश्मीर का मुद्दा उठाया। वहीं अब वह 13 दिसंबर को नाकाम हत्या का जवाब देगा।
पन्नू ने धमकी दी थी कि 13 दिसंबर को मेरी प्रतिक्रिया 2001 में कश्मीरियों की गैर-न्यायिक हत्याओं के खिलाफ अफजल गुरु के प्रतिरोध के विपरीत होगी, लेकिन फिर भी यह भारत की संसद की नींव को हिला देगी।