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मोदी बोले- मैं हैडलाइन नहीं, डेडलाइन पर काम करता हूं

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (16 मार्च) की रात दिल्ली में इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव 2024 में शामिल हुए। अपने 53 मिनट के संबोधन में उन्होंने देश की प्रगति, सरकारी योजनाओं और देश को लेकर अपने विजन के बारे में बताया।

पीएम मोदी ने कहा, ”मैं हेडलाइन नहीं, डेडलाइन पर काम करने वाला व्यक्ति हूं। मैं वो बातें भी बताऊंगा, जिनको मीडिया उतना आकर्षक नहीं मानता। जिन्हें मीडिया छूना पसंद नहीं करता, लेकिन ये मुद्दे सामान्य जन को छूते हैं, जैसे स्टार्टअप्स।”

उन्होंने कहा कि आप 2029 पर अटक गए। मैं 2047 के लिए लगा हुआ हूं। आज ही भारत में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत हुई है। आज सवा लाख स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं। भारत की स्टार्टअप क्रांति की असली पहचान ये है कि ये भारत के 600 जिलों में हैं।

पीएम मोदी के संबोधन की 11 बड़ी बातें…

  • मोदी ने कहा, ”इतने जिलों में स्टार्टअप्स होना यानी टियर 2, 3 के नौजवान इसकी अगुआई कर रहे हैं। जिस दल ने कभी स्टार्टअप के बारे में चर्चा नहीं की, उसे स्टार्टअप की बात करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। पीएम ने आगे कहा कि पूरी दुनिया अनिश्चितता के भंवर में फंसी है। एक बात तय है कि भारत तेज गति से विकास करता रहेगा। आज मूड ऑफ नेशन भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने का कह रहा है।”
  • पीएम ने कहा, ”जिस योजना से परिवर्तन आ रहा है, उसकी चर्चा जरूरी है। ये है मुद्रा योजना। बैंकों से लोन लेने के लिए युवाओं को गारंटी लेनी पड़ती थी। मुद्रा योजना के तहत उनको भी लोन मिला, जिनके पास गारंटी के लिए कुछ नहीं था। 8 करोड़ मुद्रा लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने पहली बार बिजनेस शुरू किया। पीएम स्वनिधि योजना भी एक स्कीम है। स्ट्रीट वेंडर को इससे सस्ता ऋण मिला, वो भी गारंटी के बगैर। मेरा जो भी तजुर्बा है, जो भी जाना-समझा है, मैंने गरीबों की अमीरी और अमीरों की गरीबी भी देखी है। इसलिए मैंने स्ट्रीट वेंडर्स को लोन देने का तय किया।”
  • पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोविड के दिन याद कीजिए, इन रेहड़ी-पटरी वालों की जिंदगी कितनी मुश्किल में पड़ गई थी। तभी मैंने सोच लिया था कि इनके लिए कुछ करूंगा। ये लोग डिजिटल क्रांति का चेहरा बन गए हैं। विश्व में जो डिजिटल क्रांति की चर्चा होती है, उसमें रेहड़ी-पटरी वालों का योगदान है। इसे मीडिया में हाइलाइट किया जाना जरूरी है। मैं आपके प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करने आया हूं (हंसते हुए)।
  • पीएम ने कहा, ”आपमें से कई लोगों को नमो ड्रोन दीदी के बारे में पता नहीं होगा। गांव की महिलाओं को 1 हजार ड्रोन दिए गए हैं। ये खेती का, गांव का और महिलाओं का भाग्य बदलने वाले ड्रोन हैं। जिन महिलाओं ने साइकिल तक नहीं चलाई होगी, वे अब ड्रोन चलाती हैं। मैंने बहुत सोच-समझकर बहनों को दिया है। गांव में जब कोई लड़की ट्रैक्टर चलाती है तो बाकायदा दिखाया जाता है कि ये ट्रैक्टर चलाती है। मैं इस साइकी को बदलना चाहता हूं।”
  • पीएम ने कहा कि गुजरात में रहने के दौरान कहा था कि जो आशा वर्कर होते हैं, उनके कपड़े अच्छे होने चाहिए। पहले गांव में पुलिस आई तो सरकार कहते थे। बाद में लोग आशा वर्करों को देखकर ऐसा कहने लगे। आज महिलाओं के ट्रांसफॉर्मेशन की चर्चा नहीं होती। हमारा प्रयास रहा है कि गांव में आधुनिक हेल्थ सेंटर की सुविधा हो। इसलिए हमने गांव में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनवाए। ये काम लगातार चल रहा है, लेकिन ये काम हेडलाइन नहीं बनता। यहां सामान्य टेस्ट तो होते हैं, साथ ही डायबिटीज-कैंसर की शुरुआती जांच भी होती है। हमने इन्हें बड़े अस्पतालों से जोड़ा है। हम हम टेली मेडिसिन की सुविधा गांव के मरीज तक पहुंचा रहे हैं। अभी तक देशवासी घर बैठे 24 करोड़ कंसल्टेशन ले चुके हैं।
  • उन्होंने कहा- जब सरकार का फोकस क्लियर होता है तो वह हर क्षेत्र में नजर आता है। मीडिया ने कभी ये बात नहीं कि सरकार ने नए मंत्रालय बनाकर लक्ष्यों को साधने की कोशिश की। आजादी के बाद पहली बार देश में स्किल डेवलपमेंट का अभियान चला। आजादी के बाद पहली बार मछली उत्पादन दोगुना हो गया है। हमने पहली बार पशुओं के टीकाकरण के लिए 15 हजार करोड़ की योजना बनाई है। पशु की तबीयत हो, पौधों या इंसान की हो, इसे टुकड़ों में नहीं देख सकते।
  • पीएम मोदी ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पहले की सरकारों के समय आपने ईज ऑफ लिविंग जैसे शब्द नहीं सुने होंगे। जब उनकी सोच ही ऐसी नहीं थी तो लोगों पर क्या ध्यान देते। सरकार के लोग साम, दाम, दंड, भेद से सुविधाएं हासिल कर लेते थे। पिसता सिर्फ आम आदमी था। ये आम आदमी आर.के लक्ष्मण के कार्टून में दिखता है। मैं इस आम आदमी में रूप में जीकर आया हूं।
  • पहले पासपोर्ट 50 दिन में बनता है। अब पासपोर्ट औसतन 5-6 दिन में डिलीवर हो जाता है। पहले देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, अब सवा 500 हैं। 2014 के बाद से इनकम टैक्स रिफंड का एवरेज टाइम 10 दिन हो गया है। फास्टैग आने के बाद टोल प्लाजा पर 30-40 सेकेंड का वक्त लगता है।
  • पिछले 10 साल में हमारी सरकार ने डेढ़ हजार से ज्यादा पुराने कानून खत्म किए। अंग्रेजों के समय से ये ऐसे ही चले आ रहे थे। सरकार का न तो दबाव होना चाहिए और न ही अभाव। मेरा बस चला तो लोगों की जिंदगी से सरकार खत्म दूंगा। दफ्तरों में कहा जाता है- ये डॉक्यूमेंट ले आओ, वो ले आओ। मैंने 40 हजार ऐसे कंप्लायंस खत्म किए हैं। ईज ऑफ लिविंग तब बढ़ती है, जब गरीब-मध्यम वर्ग की जेब में पैसा बचता है।
  • पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ये पैसा बचा रही है, इस पर केस स्टडी हो सकती है। पहले 2 लाख सालाना इनकम पर टैक्स था, अब 7 लाख की इनकम तक कोई टैक्स नहीं है। हमारी सरकार के निर्णयों की वजह से डायरेक्ट टैक्सेस पर ढाई लाख करोड़ रुपए बचे। कई बार सरकार डिस्काउंट देती है, लेकिन सामान्य आदमी को इसका पता नहीं होता। रेलवे की टिकट पर साढ़े चार लाख करोड़ का डिस्काउंट दिया गया है। इससे लोगों के पैसे बचे।
  • सरकार घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए हर घर को 78 हजार रुपए दे रही है। अब तक एक करोड़ लोगों ने अप्लाई किया है। सोलर पैनल से 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। अगर घरों में ज्यादा बिजली पैदा होगी तो सरकार इसे खरीदेगी।

पीएम ने कहा- लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का शुभारंभ
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने चुनाव की तारीख की घोषणा होने के बाद X पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का शुभारंभ हो गया है। चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है।BJP-NDA इन चुनावों में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सुशासन और जनसेवा के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर हम जनता-जनार्दन के बीच जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि 140 करोड़ परिवारजनों और 96 करोड़ से अधिक मतदाताओं का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद हमें लगातार तीसरी बार मिलेगा।’

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