बड़ौदा कस्बे के श्रीराधा रानी कुंज में चल रही श्रीमद भागवत कथा तीसरा दिन।

0
photo_6314387427850041362_y

भगवान हमेशा आपने भक्त को पाना चाहता है
– बड़ौदा कस्बे के श्रीराधा रानी कुंज में चल रही श्रीमद भागवत कथा तीसरा दिन।
श्योपुर ब्यूरो।
बडौदा कस्बे के श्रीराधा रानी कुंज में चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन आचार्य पंडित राहुल पाराशर ने प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार की कथा विस्तार से बताया। कथा में राेजाना महिला- पुरूष कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं।
कथा का वाचन करते हुए आचार्य पंडित राहुल पाराशर ने कहा कि भागवत कथा सुनना और भगवान को अपने मन में बसाने से व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आता है। भगवान हमेशा आपने भक्त को पाना चाहता है। जितना भक्त भगवान के बिना अधूरा है उतना ही अधूरा भगवान भी भक्त के बिना है। भगवान ज्ञानी को नही अपितु भक्त को दर्शन देते हैं। और सच्चे मन से ही भगवान प्राप्त होता है। भगवान विष्णु की भक्ति में लीन रहते थे। उनके पिता हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानते थे। पुत्र को भगवान विष्णु की भक्ति करते देख उन्होंने उसे ही जान से मारने की ठान ली। प्रभु पर सच्ची निष्ठा और आस्था की वजह से हिरण्यकश्यप प्रह्लाद का कुछ भी अनिष्ट नहीं कर पाए। वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह भी बताया कि यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करों। उन्होंने कहा कि अहंकार, गर्व, घृणा और ईर्ष्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। यदि हम संसार में पूरी तरह मोहग्रस्त और लिप्त रहते हुए सांसारिक जीवन जीते है तो हमारी सारी भक्ति एक दिखावा ही रह जाएगी। कथा के दौरान वामन अवतार की झांकी दिखाई गई और तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली पर श्रद्घालु भाव विभोर हो उठे। दोपहर 12 बजे से सायं 5 बजे तक आयोजित की जा रही कथा में बड़ी संख्या में महिला- पुरूष पहुंच रहे हैं।
फोटो नंबर- 01, 02,
कैप्शन- कथा वाचन करते आचार्य पंडित राहुल पाराशर।
बड़ौदा में कथा श्रवण करते महिला- पुरूष।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *