गौशाला बनने के बाद सड़कों पर आवारा घुम रहे मवेशी, पहुंचा रहे फसलों को नुकसान।

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श्याेपुर 12.12.2023
गौशाला बनने के बाद सड़कों पर आवारा घुम रहे मवेशी, पहुंचा रहे फसलों को नुकसान।
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
पंचायत सोंईकलां, ददूनी, ज्वालापुर, गुरुनावदा, बगडुआ, दांतरदा, नांगरगांवड़ा, तिल्लीपुर, नंदापुर के किसानों के लिए आवारा गौवंश मुसीबत बनते जा रहे हैं। यहां खड़ी फसलों को देखते ही देखते चट कर जाते हैं। फसलों को मवेशियों को बचाने के लिए किसान रात भर पहरेदारी कर रही हैं। इस समय गेंहू और सरसों की फसल किसानों ने खेतों में उग आई है। किसानों द्वारा खेतों में बुआई गई उग चुकी है। वहीं सरसों की फसल फूल दे चुकी है, लेकिन आवारा पशु बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सर्दी कोहरे के मौसम में किसान अपने खेतों में अलाव जलाने के साथ झौंपड़ी बनाकर रात में फसलों की रखवाली करने को मजबूर हैं।
बता दें कि, आसपास के गांव के लोग आवारा और असहाय गौवंश को रोड़ किनारे अंधेरे में छोड़ कर चले जाते हैं। जिसका खामियाजा गांव के किसानों को उठाना पड़ रहा है। गांव में करीब दो सैंकड़ा से अधिक गौवंश विचरण कर रहा है। किसान महावीर मीणा, सत्यनारायण मीणा ने बताया कि उनकीदो बीघा जमीन पर खड़ी गेंहू की फसल को आवारा गौवंश ने पिछले साल काफी नुकसान पहुंचाया। किसान अपनी समस्या से क्षेत्रीय विधायक, अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं हो सका है।
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शिकायत के बाद भी नहीं मिली राहत
किसानों का कहना है कि सरकार ने आवारा पशुओं के लिए दूदनी, सोंईकलां में लाखों रुपये खर्च कर गौशालाओं का निर्माण कराया। लेकिन उनमें मवेशियो को नहीं रखा जा रहा है। आवारा मवेशी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। कई बार तहसील से लेकर जिला मुख्यालय तक इसकी शिकायत की गई। लेकिन कोई राहत नहीं मिली। ठंड में खुले आसमान के नीचे करब की कुटिया बनाकर खेतों की रखवाली कर रहे हैं।

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