जंगल में पहुंचकर बच्चों ने करीब से जाना वन्य जीवों का महत्व
श्याेपुर 29.01.2024
जंगल में पहुंचकर बच्चों ने करीब से जाना वन्य जीवों का महत्व
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
अनुभूति कार्यक्रम के तहत वन परिक्षेत्र ओछापुरा द्वारा राष्ट्रीय उद्यान 30 सीमा प्रतिबोधत गेट 762 स्थाई पर कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें आधा सैकड़ा स्कूली बच्चों ने जंगल का भ्रमण किया।
स्कूली बच्चों का दल रविवार सुबह रेंज मुख्यालय ओछापुरा से बस द्वारा रवाना हुए। अविचल त्रिपाठी वन क्षेत्राधिकारी ने बस को रवाना किया। बच्चों ने जंगल में घुमकर भ्रमण किया। बच्चों के दल को एतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी देते हुए प्रकृति की पहचान से रूबरू कराया। बच्चों के मनोरंजन के लिए संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भ्रमण के दौरान बच्चों ने जंगल के वृक्ष, पशु व पक्षियों के बारे में जाना। पशु व पक्षियों की आवाज और उनकी उपस्थिति से प्रकृति को होने वाले फायदे बताए। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सिंह परियोजना उत्तम कुमार ने बच्चों को वृक्ष बचाने और जंगल का महत्व बताते हुए संवाद किया गया। उन्होंने बताया कि प्रकृति की गोद में आनंद तभी आता, जब यह हरी-भरी हो और इसका दायित्व आने वाली पीढ़ी को हम सौंप रहे हैं। कूनो वन मंडल डीएफओ थिरूकुराल आर ने वाले चीतों के बारे में भी बताया। अधिकारियों ने बच्चों को बताया कि किस प्रकार से मानव जीवन में वनों एवं वन्य जीवों का महात्व है। किस प्रकार से पूरी वनजीव पारिस्थिति तंत्र को नियंत्रण करते हैं।
वन क्षेत्राधिकारी अविचल त्रिपाठी ने कहा कि एक-एक जीव-जंतु एवं वन औषधि का हमारे जीवन में कितना महात्व है। वन्य प्राणियों एवं वनों के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। लोगों को भी बताएं कि यह वन हमारे मित्र है। वन हमारे उपयोग के लिए हमें स्वयं ही लकड़ी देते है। इन्हें काटे नहीं। इन्हें सहेजें। यदि आज हम वनों की रक्षा करेंगे तो कल यह हमारी रक्षा करेंगे। इस दौरान प्राणी चित्रण, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर वन स्टाफ व छात्र-छात्राए उपस्थित रहे।