श्रीमद् भागवत कथा में सुनाया भगवान वामन अवतार प्रसंग

0

श्याेपुर 14.02.2024
श्रीमद् भागवत कथा में सुनाया भगवान वामन अवतार प्रसंग
– मालियों के मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा का तीसरा दिन।
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
शहर के पुल दरवाजा के पास स्थित मालियों के मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक आचार्य राहुल पाराशर (दांतरदा वाले) ने श्रीमद् भागवत कथा में सुनाया भगवान वामन अवतार प्रसंग सुनाया। जिसे सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।
कथा वाचक राहल शर्मा ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि, वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करों। उन्होंने कहा कि अहंकार, गर्व, घृणा और ईषर्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। ईषर्यालू व्यक्ति अपने जीवन में कभी तरक्की नहीं कर सकता। ऐसे व्यक्तियों को भगवान सूर्य, वायु, नदियों, बादलों व वृक्षों इत्यादि से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने व्याख्या करते हुए बताया कि भगवान सूर्य बिना किसी भेदभाव के सृष्टि के सभी प्राणियों को अपना प्रकाश देते हैं। वायु सभी जीवों में प्राणों का संचार करती है। बादल परोपकार के लिए गरजते हुए वर्षा करते है, नदियां किसी से नहीं पूछती कि तुम मेरा जल क्यों पीते हो और वृक्ष भी किसी व्यक्ति से यह नहीं पूछते कि तुम मेरे फल क्यों तोड़ते हो, लेकिन स्वार्थी मानव ईष्र्‌यालू होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अपना उद्धार करना चाहते हो तो परोपकार में अपना जीवन लगाओ, जिससे तुम्हारा कल्याण होगा। कथा के बीच में वामन भगवान की आकर्षक झाकी दिखाई गई और सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। कथा का आयोजन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक किया जा रहा है। कथा श्रवण करने के लिए रोजना बड़ी संख्या में महिला-पुरूष पहुंच रहे हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *