घड़ियाल और माइनिग विभाग पर सांठगांठ के लग रहे आरोप

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श्योपुर से ब्यूरो चीफ नबी अहमद कुरैशी की रिपोर्ट रेत माफिया सक्रिय,घड़ियाल और माइनिग विभाग पर सांठगांठ के लग रहे आरोप। सूरज निकलने से पहले और सूरज छिपने के बाद रेत माफिया हो नाते है सक्रिय। इन दिनों रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी बना हुआ है। रेत माफिया खुलेआम अपने ट्रैक्टर ट्रॉली में रेत भरकर बेच रहे हैं। जहा शासन को लाखों रुपये के राजस्व की चपत लग रही है । प्रशासन चुप्पी साध कर बैठा है। कई थानों के सामने से रेत से भरे ट्रैक्टर- ट्रॉली निकलते रहते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है।

जलालपुरा निवासी नगाराम का कहना है रेत माफियाओं द्वारा प्रतिदिन सैकड़ों ट्राली रेत का परिवहन करने में जैसे खनिज विभाग और घड़ियाल विभाग की साठगांठ हो।रेत माफियाओं के अवैध कारोबार में पुलिस और खनिज विभाग का उन्हें पूरा सहयोग प्राप्त है,पार्वती नदी से प्रतिदिन दर्जनों ट्रालियों को भरा जा रहा है। इसके अलावा नदी नालों से रेत निकालने का अवैध कारोबार जारी है। लेकिन कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है । इन दिनों नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सैकड़ों मकानों का निर्माण का कार्य जारी है, जिस कारण से रेत की मांग बढ़ गई है, जिससे रेत के कारोबारियों की पों बारह है । बिना किसी फिटपास के धड़ल्ले से रेत का अवैध कारोबार करने में लगे है । माइनिंग इंस्पेक्टर अभिषेक पटेल और घड़ियाल विभाग के एसडीओ श्री पारे से सम्पर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। रेत माफिया सरकारी आदेश का किस तरह का माखौल उड़ा रहे हैं। इसकी बानगी श्योपुर जिले में आसानी से देखी जा सकती है। रेत के दाम इतने बढ़ा दिए कि वह गरीबों की पहुंच से लगभग बाहर ही हो गई ।मानपुर, समरसा, जलालपुरा,बड़ोदा कुंहंजापुर क्षेत्र में दिनदहाड़े नदियों से रेत निकालने का गोरखधंधा चल रहा है। प्रशासन की कार्रवाई भी दिखावे भर की होती है। रोक के बावजूद निर्माण कार्यों में रेत का उपयोग किया जा रहा है। जिले में मानपुर – जलालपुरा से सबसे अधिक रेत का अवैध खनन किया जारहा हैं।अल सुबह और अंधेरा होते ही इस मार्ग पर ट्रेक्टर ट्रॉली से रेत का परिवहन किया जाता है। रेत माफियाओ द्वारा रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है। रेत माफियाओं द्वारा सीधे नदी से रेत का परिवहन किया जा रहा है। रेत माफिया बराबर धंधा चमकाने में जुटे हुए हैं।अल सुबह और रात को अंधेरा होते ही रेत माफिया सक्रिय हो जाते हैं। जहा शहर में प्रतिदिन सैकड़ो अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्रॉली फर्राटे भरते देखे जा सकते है

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