बॉम्बे HC ने कहा- सोने का अधिकार बुनियादी मानवीय जरूरत
नाम-संपादक मर्सी सरकार…..स्थान- मुंबई…
बॉम्बे HC ने कहा- सोने का अधिकार बुनियादी मानवीय जरूरत
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा है कि सोने का अधिकार (Right To Sleep)
एक बुनियादी मानवीय जरूरत है, जिसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में आधी रात के बाद वरिष्ठ नागरिक से ED की पूछताछ पर यह टिप्पणी की है।
जस्टिस रेवती मोहिते-डेरे और जस्टिस मंजूषा देशपांडे की बेंच ने 15 अप्रैल को कहा, ”अर्थली अवर्स (दिन में काम करने का वक्त) के दौरान बयान दर्ज किए जाने चाहिए, न कि रात में जब किसी व्यक्ति का मानसिक कौशल कमजोर हो सकता है।