gujrat-गुजरात में भी ट्रेन बेपटरी करने की साजिश

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gujrat-गुजरात में भी ट्रेन बेपटरी करने की साजिश

gujrat-पटरी से फिशप्लेट-कीज हटाई

gujrat-55 दिन में 20वीं बार ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश

गुजरात के सूरत में शुक्रवार रात किम रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की गई। कुछ अनजान लोगों ने अप लाइन की पटरी से फिश प्लेट और कीज हटा दी थी। उन्हें उसी पटरी पर रख दिया था। साथ ही रेलवे पटरियों को जोड़ने वाले 71 ताले भी हटा दिए थे।

स्थानीय लोगों से मामले की जानकारी मिलने पर अप स्टेशन सुपरिटेंडेंट ने की-मैन सुभाष कुमार को सतर्क कर दिया। ट्रैक की जांच की गई तो पता चला कि किसी ने ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची थी। इसके बाद रूट को बंद कर दिया गया। हालांकि थोड़ी ही देर में नई फिश प्लेट लगने के बाद रेलवे सेवा फिर से शुरू कर दी।

रामपुर से 43 किलोमीटर दूर हुई घटना

ट्रैक के कीज निकालकर उन्हें पटरी पर ही रख दिया गया था।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह घटना रामपुर तालुका से करीब 43 किलोमीटर दूर रुद्रपुर सिटी रेलवे स्टेशन के पास हुई। रुद्रपुर सिटी सेक्शन के रेलवे इंजीनियर राजेंद्र कुमार की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं से रेलवे स्टाफ के साथ-साथ जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस सतर्क हो गई हैं।

एटीएस और एनआईए की टीमें जांच में जुटीं

​​​​​​​सूरत ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हितेश जॉयसर ने कहा कि एटीएस और एनआईए की टीमें जांच कर रही हैं। इस पूरे मामले की जांच एक स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप करेगा। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कुछ लोगों द्वारा रेल परिचालन को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, 30 मिनट के अंदर रेलवे अधिकारियों ने मरम्मत का काम पूरा कर लिया था, जिससे ट्रेन सेवा बहाल हो गई।

रेलवे ट्रैक की जांच करती हुईं टीएस और एनआईए की टीमें।

ट्रेनों की निगरानी मुश्किल, इसलिए ये सबसे सॉफ्ट टारगेट

भारत में लगातार ट्रेन को नुकसान पहुंचाने की साजिशें सामने आ रही हैं। 9 सितंबर को यूपी के कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एक लोहे का खंभा पड़ा हुआ मिला था। इससे साफ पता चलता है कि किसी ने ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की, हालांकि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।

ट्रेन का नेटवर्क इतना बड़ा है कि उसकी 24×7 निगरानी मुश्किल है। भारत में टेरर ऑर्गनाइजेशन का अगला बड़ा टारगेट ट्रेन ही हैं। वे इसके सहारे सबसे आसानी से और सबसे बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्लाह गौरी का वीडियो इसकी पुष्टि करता है। वह भारत में मौजूद अपने स्लीपर सेल को एक्टिव कर रहा है और उन्हें ट्रेन डिरेल करने की कोशिश के लिए कह रहा है।

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