...

आवास किस्त की राशि और जमीन नहीं मिलने से नाराज लोगों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

0

श्याेपुर 13.02.2024
आवास किस्त की राशि और जमीन नहीं मिलने से नाराज लोगों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
ब्यूरोचीफ, नबी अहमद कुरैशी, श्योपुर मध्यप्रदेश
प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में नाम आने के बाद भी आवास की राशि की किस्त बैंक खाते में नहीं डाले जाने से नाराज आदिवासी समाज की महिला पुरुषों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि, आवास योजना की राशि अतिशीघ्र दिलाई जाए और उनके समाज के भविष्य को देखते हुए आबादी क्षेत्र में उनके परिवार के लोगों को आवास निर्माण कराने के लिए जमीन भी आवंटित की जाए। मामला जिले की नयागांव तेखंड ग्राम पंचायत की आदिवासी बस्ती का है। जहां के आदिवासी परिवारों के लिए 3 से 4 महीने पहले आवास स्वीकृत हो चुके हैं, जिनमें से कई की किस्त अभी तक नहीं डाली गई है। जिनकी पहली किस्त आ गई थी, अब उनकी दूसरी किस्त नहीं दी गई है, जिसकी वजह से उन्हें आवास को पूर्ण करने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की है कि, वर्तमान स्थिति में तो उनकी बस्ती में उनके लिए आवास बनाने के लिए जगह है लेकिन, अब उनके परिवार के नौ जवान युवाओं को अपनी गृहस्थी बसाने और आवास निर्माण कराने के लिए जगह नहीं है, ऐसे में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसे लेकर उन्होंने शासन से मांग की है कि, उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए भूखंड दिए जाएं। इस प्रदर्शन में महिला विमला आदिवासी, कल्लो बाई, रानी, देवकी और दिनेश, मूला आदिवासी सहित 30 से ज्यादा महिला पुरुषों के नाम शामिल है। केके सहरिया आदिवासी समाज के महिला पुरुषों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन करके कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मांग की है कि, उन्हें पीएम आवास योजना की किस्त अतिशीघ्र दिलाई जाए और उनके परिवारों के भविष्य को देखते हुए उनके परिवार के लोगों के लिए आवास निर्माण कराए जाने के लिए अतिरिक्त जमीन उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Seraphinite AcceleratorOptimized by Seraphinite Accelerator
Turns on site high speed to be attractive for people and search engines.